Thursday, 13 April 2017

मैंने क्या लेना।

दो जगह ऐसी है यहाँ  इन्शान पैसा खर्च करने में कभी भी कम्प्रोमाइज नहीं करता और इसके लिए वो अपना सब कुछ दांव पर लगाने के लिए भी तैयार हो जाता है। 
एक हस्पताल 
दूसरा वच्चो की पढाई 
जब कोई अपना हस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहा हो तो उस समय हर इन्शान डाक्टर  से एक  बात ही कहता है 
डाक्टर साहेब इसकी जान बचा लो पैसा चाहे जितना भी लग जाए 
दूसरी तरफ हर माँ बाप अपने बच्चो को अच्छी से अच्छी शिक्षा देना चाहता है चाहे उसके लिए उन्हें भूखा क्यों न रहना पड़े। 
बस. ......... !
भारत देश में जनता की यही मजबूरी का नज़ायज़ फ़ायदा उठा कर सरकार कानून व  नेताओ की कमजोरी, रिश्वतखोरी, कामचोरी, चोरबाज़ारी व बेईमानी के कारण 
देश में डाक्टर व स्कूल माफिया भारत की भोली भाली जनता को दोनों हाथो से लूट रहा है
और  जनता की पुकार सुनंने वाला कोई नहीं है।  
भारत का नागरिक बुज़दिल और स्वार्थी है बस.......... ! 
 इतना कह कर अपने समाज, परिवार व देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेता है 
मैंने         क्या        लेना। 

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