Tuesday 9 May 2017

पुलिस हेल्मेट का डर व भय दिखा कर जनता को परेशान कर रही है

भारत के प्रत्येक नागरिक को अपनी मर्जी से जीने का अधिकार है बशर्ते इससे किसी दुसरे व्यक्ति को हानि न हो।  इन्शान अपनी जिंदगी को संभाले या खत्म करे उस पर निर्भर करता है  वह जब चाहे फंदा डाल कर, नहर में कूद कर,जहर खा कर अपनी मौत आप मर सकता है उसे कोई रोक नहीं सकता। इसलिए हर इन्शान खुद समझदार है कि उसे मरना है या जीना।  

यदि हर व्यक्ति की जिंदगी अपनी है फिर सरकार और पुलिस प्रशासन क्यों टू व्हीलर चलाने वाले लोगो को मौत का भय दिखाकर हेल्मेट पहनने को मजबूर कर रही है। जबकि सरकार द्वारा बनाई गई सड़को की चौड़ाई बहुत कम होने की वजह से उस पर भीड़ और ट्रैफिक जाम हमेशा लगा रहता है जिस सड़क पर चलना कठिन है वहां पुलिस दुर्घटना का होब्बा दिखाकर हेलमेट का चालान काट रही है। 


जब  टू व्हीलर चलाने व्यक्ति घर से बाहर निकलता है तो उसे यही भय डर सताता रहता है कि न जाने किस गली के मोड़ पर पुलिस वाले उसका बिना हेल्मेट का चालान काट दे। 
अगर किसी व्यक्ति ने हेल्मेट नहीं पहना यह उसकी समझ है उसकी जिंदगी है उसे पता है हेल्मेट पहनने या न पहनने से उसका कोई जानी नुकसान होता है या नहीं। 
वैसे एक बाइक वाला अपनी सिमित रफ्तार में टू व्हीलर चलाकर किसी को हानि नहीं पहुंचा सकता।  
आप अखबारों में पढ़ते है अक्सर तेज रफ़्तार वाहन ही दुर्घटना का कारण बनते है। 
सरकार प्रशासन पुलिस वाहनों की स्पीड लिमिट को कंट्रोल करने की बजाय  टू व्हीलर वालो के चालान काट काट कर  उन्हें ही मानसिक तौर पर परेशान कर रही है। 
जोकि एक आम इन्शान को अपनी मर्जी से जिन्दगी जीने के अधिकार का हनन है। 
लुधियाना में एक पुलिस कमिश्नर साहेब ने एक महीना टू व्हीलर चलाने वाले किसी भी व्यक्ति का बिना हेल्मेट बाइक चलाने पर चालान नहीं काटा। और इसकी नगर निगम की हद में जरूरत भी नहीं है। 
इस दरम्यान शहर में कोई भी बिना हेल्मेट टू  व्हीलर चलाने वाले व्यक्ति का, हेल्मेट न पहनंने के कारण कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ।

पता नहीं।  अब कौन सी नई मुसीबत आ गई है जो पुलिस फिर जनता को परेशान करने के लिए टू व्हीलर चलाने वाले लोगो के बिना हेल्मेट के चालान काटने लग गई है। 

पुलिस प्रशासन पहले शहर में वाहनों की तेज रफ्तार को रोके जो दुर्घटना का मुख्य कारण है  और स्पीड लिमिट तय करे। 

जिस दिन शहर में वाहनों की तेज रफ्तार कंट्रोल हो जाएगी उसके बाद पुलिस शहर में बिना हेल्मेट टू व्हीलर चलाने वाले लोगो का चालान काटे वह भी तब  अगर स्पीड लिमिट कंट्रोल होने के बाद टू व्हीलर चलाने वाले दुर्घटनाओं का कारण बनते है। सड़को पर जाम लगा रहता गर्मी के मौसम के कारण आई एस ओ मार्का हेल्मेट वैसे ही आदमी  के पसीने छुड़वा देता है 20 -30 फूटी सड़को पर ट्रैफिक के कारण दाये वाये गर्दन घुमाना मुश्किल होता है और अक्सर हेल्मेट वाले ही ज्यादा दुर्घटनाग्रस्त होते है।
सरकार जी,
लोग पहले ही बिमारी चोर बाज़ारी, डकैती  भ्रस्ट प्रशासन व माफिया से दुःखी है। हमारे आज़ाद राष्ट्र की पुलिस जनता की सुरक्षा या सहायता तो क्या करेगी उल्टा उन्हें हेल्मेट का डर व भय दिखा कर और परेशान कर रही है। 
श्रीपाल शर्मा एडवोकेट 
09417455666 
www.rtihumanright.com    

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